2012 में आऊटलुक मॅगझीनद्वारा किये गये सर्वेक्षण में स्वतंत्रेतर सबसे महान दस भारतीयोंको चुना गया। यह दस ऐसे व्यक्ती है जिन्होने भारतीय लोगों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन कर दिया। इनमे ऐसी भी व्यक्तियोंको भी स्थान मिला जिन्होने भारत देश कि प्रतिमा पुरे विश्वमें चौगुणा कर दी। यह ऐसे व्यक्ती है जिन्होने राजनीती, समाजसेवा, देशसेवा ,क्रीडा, और उद्योगोमें क्रांतिकारी बदल कर दिया।
सर्वेक्षणके लिये विभिन्न क्षेत्रों के 28 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को परीक्षक नियुक्त किया गया। जिन्होने सर्वश्रेष्ठ पचास (Top 50) व्यक्तियोका चयन किया। जिन्मेसे पहिले दस व्यक्तीकि सूची कुछ इस तरह है। इन सभी को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- पहिले नंबर पर आते है डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर….
डॉ. आंबेडकर भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। आंबेडकरजी को भारत का हर एक नागरिक जाणता है क्योकी उन्होने ऐसा काम किया है जिसे शब्दोमें व्यक्त किया नही जा सकता, यह भारत के पहले कानून मंत्री, भारतीय संविधान के निर्माता, दलित बौद्ध आंदोलन के जनक थे, उन्होंने भारत में जाति व्यवस्था और अस्पृश्यता का विरोध किया। उन्हें ‘आधुनिक भारत का निर्माता’ कहा जाता है। इन्होने श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था। - दुसरे नंबर पर आते है डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम….
यह भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई।
यह पुरे भारतवर्ष में मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से भी जाने जाते हैं। - तिसरे नंबर पर है सरदार वल्लभभाई पटेल….
यह भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री थे। भारत के एक स्वतंत्रता सेनानी, अधिवक्ता तथा राजनेता थे। स्वतंत्रता के समय भारत में 562 देसी रियासतें थीं। इनका क्षेत्रफल भारत का 40 प्रतिशत था। इन्होने व्ही. पी. मेनन के साथ सभी रियासतोको भारत में मिलाने के लिये कार्य आरम्भ कर दिया था। सभी राजवाडों ने स्वेच्छा से भारत में विलय का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। केवल जम्मू एवं कश्मीर, जूनागढ तथा हैदराबाद स्टेट छोडकर!!! तब साम, दाम, दंड और भेद इन सभी रणनितीयोका इस्तेमाल करके इन तीन रियासतोको भारत में शामिल कर लिया।
यह पुरे भारतवर्ष में सरदार पटेल और पोलादी पुरुष के नाम जानते हैं।
- चौथे नंबर पर आते है पं. जवाहरलाल नेहरू….
यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे और स्वतन्त्रता के पूर्व और पश्चात् की भारतीय राजनीति में केन्द्रीय व्यक्तित्व थे। उन्हें आधुनिक भारतीय राष्ट्र का निर्माता माना जाता है। दिसम्बर 1929 में, कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन लाहौर में आयोजित किया गया जिसमें जवाहरलाल नेहरू कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष चुने गए। इसी सत्र के दौरान एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें ‘पूर्ण स्वराज्य’ की मांग की गई। 26 जनवरी 1930 को लाहौर में जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्र भारत का झंडा फहराया।
यह पुरे भारत वर्ष में पंडितजी के नाम से जाने जाते है। - पांचवी स्थान पर आती है मदर तेरेसा….
इन्हे 1979 में ‘नोबेल पुरस्कार’ और 1980 ‘भारत रत्न’ उपाधि से सम्मानित किया गया। मदर टेरसा रोमन कैथोलिकनन थीं, जिन्होंने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता का स्वीकार किया। मदर टेरेसा बहादुर थीं, जब बेरूत घेराबंदी में था,वह 1982 में फिलिस्तीनी विद्रोहियों और इजरायली सैनिकों के बीच एक अस्थायी संघर्ष विराम के कारण रेड क्रॉस की मदद से 37 बच्चों को बचाया गया। वह स्वयं युद्धभूमि में चल पड़ीं थी। - छटे नंबर परे आते है जे.आर.डी. टाटा….महज 34 साल की उम्र में यह टाटा ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष बने। १९३२ में उन्होंने टाटा एयरलाइंस शुरू की, जो वर्ष १९४६ में भारत की राष्ट्रीय एयरलाइन , एयर इंडिया बनी। इन्होने भारत के उद्योग समूह को उंचाई पर पोहचा दिया था।
सन 1992 में जेआरडी टाटा को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारतरत्न से सम्मानित किया गया। - सातवे स्थान पर है इंदिरा गांधी….इंदिरा गांधी भारत की पहली और अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री हैं। बांग्लादेश के निर्माण में उनकी भूमिका और देश को परमाणु शक्ति संपन्न बनाने के फैसले ने भारत को प्रगति की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1999 में बीबीसी द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में इंदिरा गांधी को “वुमेन ऑफ मिलेनियम” नामित किया गया था।
इन्हे भारतवर्ष में “The Iron Lady of India” से पहचाना जाता है। - आठवे नंबर पर है सचिन रमेश तेंडूलकर….
यह एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्हें क्रिकेट जगत में डॉन ब्रैडमैन के बाद दुनिया का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर माना जाता है। इन्होने अंतरराष्ट्रीय मैचों में सौ (100) शतक बनाने वाले एकमात्र क्रिकेटर हैं। इन्हे पद्म विभूषण और राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। सचिन को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया।
इन्हे भारतवर्ष में “मास्तर ब्लास्टर “ से पहचाना जाता है। - नववे स्थान पर है अटल बिहारी वाजपेयी….
इनके नेतृत्व में 1998 में 5 भूमिगत परमाणु परीक्षण किए। सत्ता संभालने के ठीक एक महीने बाद किए गए परीक्षणों ने दुनिया को चौंका दिया, खासकर अमेरिका को, क्योंकि भारत ने एक अमेरिकी जासूसी उपग्रह को रोककर उसे अंजाम दिया था। 1998 के अंत में वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता की बड़ी पहल की। इन्होने लालकृष्ण आडवाणी और भैरो सिंह शेखावत के साथ मिलकर 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की।
इन्हे 2014 में भारतरत्न से सम्मानित किया गया। - दसवे नंबर पर है लता मंगेशकर….
लता मंगेशकर एक भारतीय गायिका और संगीतकार थीं। उन्हें व्यापक रूप से भारत की सबसे महान और सबसे प्रभावशाली गायिकाओं में से एक माना जाता है। लतादीदी ने 36 से अधिक भारतीय भाषाओं और कुछ विदेशी भाषाओं में गाने गाये हैं।1987 में उन्हें भारत सरकार द्वारा दादा साहब फालके पुरस्कार से सम्मानित किया गया। तथा 2001 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
इन्हे भारतवर्ष में कोकिला, क्वीन ऑफ मेलोडी से पहचाना जाता है।