जान लिजिये लक्षद्वीपके बारे में, जो आजकल बहोत चर्चे में है।What is in Lakshadweep?

लक्षद्वीप भारत के एक समृद्ध और आकर्षक द्वीप समूह के रूप में मशहूर हैं। इसे आरब सागर की पश्चिमी किनारे के बगल में तेनेरी समुद्र के उत्तरी हिस्से में स्थित है। 1973 में इसे भारत का एक राज्य घोषित किया गया। लक्षद्वीप का इतिहास बहुत प्राचीन है, और इसका निर्माण ईसा पूर्व 1,000 वर्षों पहले हुआ था, जिससे 16वीं सदी में इसका संरचना हुआ था। “लक्षा द्वीप” का अर्थ है “सहारा देने वाले द्वीप” जिससे इसे एक प्रकार का द्वीप कहा जाता है।
लक्षद्वीप भारत के सुरक्षित समुद्री क्षेत्र का एक आश्रय स्थल है। इसके स्थान के कारण, इसने भारतीय नौसेना को तथा नौसैनिकों को उनके सागरीय क्षेत्र में अभ्यास करने के लिए एक स्थान प्रदान किया है। लक्षद्वीप में ताजगाव एक प्रसिद्ध समुद्री बेस है जिसका अनेक बार भारतीय नौसेना ने उपयोग किया है। इसके बाहर, लक्षद्वीप भारतीय समरक्षेत्र में महत्त्वपूर्ण स्थान बना हुआ है।
लक्षद्वीप में भारतीय नौसेना के दो स्थान हैं – एक नावगत और एक समुद्री हवाई नौसेना स्थान हैं, जिनका उपयोग विशेषत: बांग्लादेश, म्यानमार, थाईलैंड, श्रीलंका, और अन्य दक्षिण एशियाई देशों के साथ संयुक्त रूप से किया जा रहा है। लक्षद्वीप भारत की समुद्री सीमा क्षेत्र में स्थित है और इसके सामरिक महत्व को ध्यान में रखते हुए, यह एक स्वतंत्र, और अलौकिक स्थान है जो स्थानीय, क्षेत्रीय और आंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगदान करता है।
लक्षद्वीप के बाहरी समृद्धि और समरसता के साथ, यह एक बहुप्रधान समुद्री पर्यावरण का एक सुंदर धरोहर है। इसमें बहुत से सागरीय प्राणियों और जलवायु के स्थानीय प्रजातियां शामिल हैं। लक्षद्वीप एक बड़े प्राकृतिक विविधता और समृद्धि केंद्र के रूप में भी कार्य करता है। समुद्री जीवन की अनुसंधान और संरक्षण के लिए यहां कई संस्थाएँ स्थित हैं। लक्षद्वीप अपने सौंदर्य, सांस्कृतिक एवं स्थानीय बौद्धिक धरोहर के लिए भी प्रसिद्ध हैं। यहां की बाशा और संगीत भी अपने विशेष स्वरूप में हैं। लक्षद्वीप की खास बौद्धिक परंपराएं और स्थानीय सांस्कृतिक गतिविधियां इसे और भी आकर्षक बनाती हैं।
पर्यटन के क्षेत्र में लक्षद्वीप का योगदान महत्त्वपूर्ण है। इसकी सुंदर समुद्र तट, कोरल रीफ्स, और समृद्धि से भरी जीवनदायिनी समुद्री जीवन से लक्षित करती हैं। यहां की प्राकृतिक सौंदर्य और सागरीय दृश्य को देखकर लोग यहां आकर अपने आत्मा को शांति और आत्मरंजन महसूस करते हैं।
इस प्रकार, लक्षद्वीप भारत के सामरिक, पर्यावरणीय, सांस्कृतिक, और पर्यटन स्थलों में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके सागरीय संसाधनों का समुचित उपयोग करने के साथ, यह अपने समृद्धि और समरसता से भी प्रमुख है।