दुनिया में अक्सर लोग पैसा कमाने के लिए दिन-रात एक कर देते हैं, घर तक छोड़ देते हैं. लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी हुए हैं जिन्होंने लाखों-करोड़ों की दौलत को लात मारकर भगवान की भक्ति में डूब गए।
सदियों पहले राजा-महाराजाओं के बारे में हम सबने सुना होगा जिन्होंने राज-पाठ छोड़कर संन्यास ग्रहण कर लिया। लेकीन अब हैराण होणे वाली यह बात 21 वी सदीमें एक पल में माया से मोह भंग कर के 600 करोड़ की संपत्ति को छोड़ने का प्रण लिया।
तो यह इन्सान है “प्लास्टिक किंग” नाम से दिल्लीमें प्रचलित होणे वाले श्री भंवरलाल रघुनाथ दोशीजी ने ऐसा निर्णय लेकर पुरे हिंदुस्थान को एक तरीके से झटका दे दिया।
अहमदाबाद में आयोजित एक भव्य समारोह में, दोशी ने जैन आचार्य के 108वें शिष्य की भूमिका निभाई, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कथित तौर पर समारोह में मौजूद अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी ने पहले दोशी को सम्मानित किया था।
अपने पिता से विरासत में मिले मामूली 30 हजार रुपये से व्यवसाय स्थापित किया और उसी छोटीसी पुंजीको 600 करोड रुपये बनाकर एक आदर्श खडा कर दिया और उससे बडा आदर्श सब कुछ छोडचाड कर संन्यास ग्रहण कर के खडा किया ।
एलन मस्कने अपने प्यार और जीवन के मधुर कारनामों से 12 बच्चों को जन्म दिया…
जानिये आदुजीविथम के जीवन की सच्ची कहानी। बेन्यामिन ने नजीब की वास्तविक जीवन की कहानी…
आजभी फुटबॉल की लोकप्रियता के आसपास भी क्रिकेट नहीं है, लेकिन अपने विशाल प्रशंसक के…
अगर आप रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के फैन हैं तो पिछले 16 साल आपके लिए बुरे…
बचपन में याद है हमारे मम्मी पापा हमसे अक्सर कहा करते थे इतना टीवी मत…
थलपति शब्द का अर्थ होता है कमांडर, थलाइवर शब्द का अर्थ होता है नेता और…